गुनाहो का अंत....!

तस्करों द्वारा गांजे कि सप्लाई कम नहीं हो रही है और नाही इसकी बिक्री बंद हो रही हैं,

तस्करों द्वारा गांजे कि सप्लाई कम नहीं हो रही है और नाही इसकी बिक्री बंद हो रही हैं,

क्राईम ऑपरेशन न्युज – नोव्हेंबर 24
क्राईम प्रतिनिधि,

पोलीस आयुक्त डॉ रविन्द्र कुमार सिंघल ने पहल करने के बाद इतने बड़े पैमाने पर कारवाई की गई है और शहर से 60% प्रतिशत मादक पदार्थ गांजा और चरस के धंधे बंद किए गए हैं, और अब देखना यह है कि चुनाव होने के बाद भी यह धंधे बंद ही रहेंगे या इन्हें पुलिस द्वारा आर्डर देकर फिर से चलाया जाएगा, यह तो निर्भय करता है पोलीस आयुक्त पर की उन्हें शांति चाहिए कि अशांति,

पिछली बार क्राईम ऑपरेशन को मिली जानकारी के अनुसार मादक पदार्थ की बिक्री बंगालीपंजा क्षेत्र मे हो रही है, यह जानकारी प्रतिनिधि द्वारा गुन्हेशाखा के पोलीस उपायुक्त राहुल माकनीकर को दी गई थी,और उन्होंने इसकी संज्ञान भी ली, पोलीस उपायुक्त ने आदेश के बाद कारवाई की गई, तब से बंगालीपंजा रेल्वे लाईन से गांजे कि बिक्री पुरी तरह से बन्द की गई, जिसके बाद नागरिकों द्वारा पोलीस उपायुक्त का न्युज चैनल के माध्यम से धन्यवाद भी किया गया,

लेकिन आज भी शहर में 40% मादक पदार्थ की बिक्री हो रही है, जिसमें कोतवाली, सीताबर्डी, गणेशपेठ, पांचपावली, यशोधरा नगर, इन पुलीस थाने का समावेश अधिक हो रहा है,

कोतवाली पुलिस थाने के क्षेत्र में धंधे आज भी शुरू हैं, और स्थानिक पुलिस थाने एवं विभाग पोलीस आयुक्त की दिशाभूल करने के इरादे से उन्हें झूठी जानकारी दे रहे हैं कि कोतवाली पुलिस थाने से मादक पदार्थ की बिक्री बंद है, जब की समय बदल बदल कर उसकी बिक्री कर रहे हैं, सूत्रों ने बताया कि सुबह के समय गांजे कि बिक्री कर, फिर कुछ समय के लिए बन्द कर देते है, फिर दोपहर 3 बजे इसकी शुरू कर देते है ,और ऐसा दिखाते हैं जैसे धंधे बंद हैं, कितनी चालक हैं कोतवाली पुलिस, खानापूर्ति करने में पुलीस का कोई हाथ नहीं पकड़ता है, अवैध धंधे एव कारोबारियो पर ही पुलीस द्वारा खानापूर्ति करने की अधिक संभावना होती हैं,

इसीलिए पोलीस आयुक्त डॉ रविन्द्र कुमार सिंघल की दिशाभूल कर कोतवाली पुलिस थाने के यह धंधे स्थानिक पुलिस थाने और विभाग के अभय और आशीर्वाद से ही चलते है, और यह तो सदियों से चलते आ रहे हैं, तो क्या बिना आर्डर के थोड़ी चलते आ रहे है, पोलीस आयुक्त डॉ रविन्द्र कुमार सिंघल ने आदर्श आचार संहिता लागु हैं, स्थानिक पुलिस थाने को सख्त आदेश एवं निर्देश जारी किए गए हैं, कि स्थानिक पुलिस थाने के क्षेत्र मे आनेवाले अवैध धंधे एव कारोबार करनेवाले पर सख्त कार्रवाई करे, लेकिन कोतवाली पुलिस थाने के क्षेत्र मे चलनेवाले धंधे पर ना कारवाई हो रही है और ना धंधे बंद कर रहे है, तो फिर किस आदर्श आचार संहिता लागु होने का हवाला देकर, नाममात्र धंधे पर ही पुलीस कारवाई की जा रही है।

इसकी जानकारी कोतवाली पुलिस थाने के डीबी इंचार्ज विलास गोरे को प्रतिनिधि द्वारा दी गई थी, और उनसे इसपर प्रतिक्रिया भी पूछी गई लेकिन उन्होने इसपर कोई प्रतिक्रिया नही दी,

सीताबर्डी पुलिस थाने में भी मादक पदार्थ गांजा बिक्री पर पुलिस थाने का कोई नियंत्रण नहीं दिखाई दे रहा है, मीठानीम दरगाह के सामने की झोपडपट्टी तो अवैध धंधे का मुख्यगड़ बन गया है, झोपड़पट्टी के विक्रेताको में ना आचार संहिता लागु होने का कोई भय और ना विधानसभा में होनेवाले अधिवेशन का, लेकिन इनके धंधे दोनों सूरतों पर चलाए जाते हैं, इसका कारण भी स्थानिक पुलिस थाने और विभाग होते है, जो चन सिक्को की खातिर अपना जमीर बेचते है और इनके तलवे चाटते हैं, लेकिन पुलीस कारवाई कर इन धंधों को बंद नहीं करते है,

पोलीस आयुक्त ने शहर से 60% प्रतिशत मादक पदार्थ की बिक्री पर अकुंश लगाया है, तो क्या सीताबर्डी पुलिस थाने के यह छह सात मादक पदार्थ के अवैद्य धंधे बंद नहीं कर सकते है, जो अनधिकृत झोपड़पट्टी का अतिक्रमण कर अवैध धंधे एव कारोबार को चला रहे हैं,

गणेशपेठ पुलीस थाने में घोड़ेवाले का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है, दरअसल गणेशपेठ पुलीस थाने में दो धंधे थें, उसमे से एक धंधे को बंद किया गया, लेकिन रजवाड़ा के सामने चौक पर ही घोड़े बंदे रहते हैं और वहीं से गांजे की बिक्री हो रही है,

सूत्रों ने बताया अनुसार घोड़ेवाले का गांजा उसके साथी के यहां रखा रहता है, गुड्डू, मोहसिन और बबलू के यहा रखा रहता है, और तीनों के घर एक ही जगह है, लेकिन इन्होंने भी गांजा को छुपाने के लिए वॉशिंग मशीन का उपयोग कर रहे है, ताकि पुलीस रेड होने के बाद भी उनके हाथ कूछ ना लगे, इसीलिए गांजा छुपाने के लिए कपड़े धोने की वॉशिंग मशीन में छुपा रहे हैं, ऐसी जानकारी सूत्रों ने क्राईम ऑपरेशन न्युज के प्रतिनिधि को नाम ना लिखने की शर्त पर दी गई है, जिसकी जानकारी गणेशपेठ पुलीस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को दी थी, लेकिन उन्होंने ओके के अलावा कोई प्रतिक्रिया नहीं दी,

पांचपावली, यशोधरा नगर, में भी गांजे कि बिक्री शुरु हो गई है, लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को नहीं ऐसा स्थानिक पुलिस थाने कहते है, लेकिन बिना पुलिस के जानकारी बगैर क्षेत्र से अवेध धंधे करना भी मुश्किल है,
पांचपावली से लावा नामक व्यक्ति गुप्ता चौक से 100, 200 और 500 रूपये इस दामों में पैकेट की बिक्री की जाती हैं,

इसकी जानकारी पांचपावली पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बाबूराव राऊत को प्रतिनिधि द्वारा दी गई, इसपर उन्होंने कारवाई करने को कहा था, लेकिन अभी तक इस अवैध गांजे के धंधे पर कारवाई नहीं हुई, इसीलिए गांजा विक्रेताओं का मनोबल अधिक बढ़ रहा है, लेकिन पांचपावली पुलिस आखिर किस मुहूर्त की प्रतिक्षा कर रही हैं। इनपर कारवाई और इनके धंधे को बंद करने के लिए,

यशोधरा नगर पुलिस थाने की हद्दी मे भी गांजे कि बिक्री छुपते- छुपाते कर रहे हैं, सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार यशोधरा नगर चौक से फिर एक बार गांजे का धंधा शुरु किया गया, लेकिन बिक्री जान पहचान वाले शौकिन को ही कर रहे है, अधिकतर ग्राहक फोन पर संपर्क कर उसकी खरीदी कर रहे हैं, पोलीस आयुक्त इन धंधों संज्ञान लेकर इन्हें जल्द से जल्द बन कराए, ताकी यूवा पीढ़ी इन नशे के आदि होकर खुद का जीवन उद्धवस्त ना करें, इसीलिए पुलीस को ही पहल कर इन्हें बन्द कराने होंगे,

इनमें से कुछ गांजे के धंधे पर डम नामक व्यक्ति द्वारा गांजा सप्लाई किया जाता है, सुना है डम किसी को 30 किलो के नीचे माल देता नहीं है, डम से माल खरीदने के लिए 50, और सौ किलो माल खरीदना पड़ता है, तब कहीं डम चिल्लर विक्रेता को माल बेचता है। यह मान के चलो कि टनो से आ रहा है और क्विंटलो से बिक रहा है,