- वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के दावे की खुली पोल!
यशोधरानगर में अवैध शराब का कारोबार बेक़ाबू, पुलिस थाने के नाके के नीचे शराब का धंधा फल फूल रहे।
नागपुर: (क्राइम ऑपरेशन टीम)
शहर में दिन-ब-दिन बढ़ते अवैध शराब के कारोबार पर पुलिस का जरा भी नियंत्रण नहीं लग रहा है। पुलिस कमिश्नर द्वारा कई बार की गई कार्रवाई के दावे में कहा गया है, मैग्रा ग्राउंड स्ट्रिप अलग है। यशोधरा नगर स्टेशन के अंतर्गत ही सैकड़ों अवैध शराब के व्यवसाय चल रहे हैं और पुलिस मूकदर्शक बने हुए हैं।
मंगलवारी क्षेत्र बना अवैध शराब का गढ़
मंगलवारी गुड़ी, पोले का मैदान, कांजीहाउस, इंदिरा माता नगर, संजय गांधी नगर, धम्मदीप नगर, फुकट नगर, नागसेन वन, विनोभावे नगर, संतोष नगर, यशोधरा नगर चौक, लालझेंडा चौक, शीतला माता चौक – इन एशिया में रात में ही गावरानी शराब के शौकीनों की बड़ी संख्या है। इनके साथ-साथ जगह-जगह ‘चकना’ बेचने वाले ठेले भी सज जाते हैं।
पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं?
रात में इन शराब ठेलों की वजह से समाज पर भारी संकट झेलना पड़ता है। लेकिन राज्य पुलिस शराब पीने वालों पर कार्रवाई करने के बजाय सिर्फ शराब पीने वालों पर कार्रवाई करती है।
नागरिकों का आरोप – पुलिस भी विभाग
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर कोई शिकायत करता है तो पुलिस उसका नाम लेकर शराब के शौकीनों से शिकायत करती है। यही कारण है कि लोग शिकायत करने से लेकर शराब माफियाओं का अध्ययन और वृद्धि करते हैं। चर्चा तो यहां तक है कि इन पुलिस धंधों की पूरी जानकारी और कार्रवाई करने की जगह का हिस्सा लिया गया है।
हत्या के बाद भी हथियार
लॉक डाउन के दौरान धम्मदीप नगर में अवैध शराब के नशे में धुत्त एक युवक की हत्या भी हो गई। इसके बावजूद, वह आज भी चालू है। इसमें पुलिस का झंडा और भी शामिल है।
सिर्फ दावा..
पुलिस कमिश्नर ने कई बार गैरकानूनी धंधों पर बिजली गिराने का दावा किया है, लेकिन यशोधरा नगर इलाके की तस्वीरें सामने आई हैं। कार्रवाई दिखाई नहीं देती, सिर्फ दावा होता है।
– अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर यशोधरा नगर स्टेशन की सीमा में बल्लाल से चल रहे इन सैकड़ों अवैध शराब धंधों पर लगाम कब्ज़ा? क्या वरिष्ठ अधिकारियों का दावा सिर्फ कागजों तक ही सीमित है?
